पोटका विधानसभा से अर्जुन मुंडा की दावेदारी कितनी सही!
क्या अर्जुन मुंडा मेनका सरदार का पत्ता काटेंगे?
झारखंड में पोटका विधानसभा का पिछला चुनाव लोग भूले नहीं हैं जब भाजपा चुनाव में जेएमएम से भारी अंतर से हार गई थी । जेएमएम के संजीव सरदार ने भाजपा की मेनका सरदार को हराया था । पोटका विधानसभा में डुमरिया और पोटका ब्लॉक आते है जहां आदिवासियों की जनसंख्या ज्यादा है। 2011 की जनगणना के अनुसार पोटका ब्लॉक की कुल जनसंख्या 199,612 है जिसमें आदिवासी जनसंख्या 104,706 है। वहीं डुमरिया प्रखण्ड की कुल आबादी 62128 है जिसमें एसटी की कुल आबादी 44658 है जो कि कुल आबादी का 71% है । मेनका सरदार और संजीव सरदार दोनों ही आदिवासी समुदाय से आते हैं । डुमरिया ब्लॉक में संथाल आदिवासियों की संख्या ज्यादा है तो पोटका में भूमिज आदिवासी अधिक है ।
भाजपा की पकड़ हाल के दिनों में आदिवासियों के बीच बहुत कमजोर हुई है । भाजपा के आला नेताओं को इस बार भी पोटका को लेकर संशय है । पोटका विधानसभा में बिहारी बहुल बागबेड़ा ही भाजपा की जीत सुनिश्चित करती है लेकिन हाल के दिनों में जेएमएम ने यहां भी सेंधमारी की है ।
पोटका विधानसभा से भाजपा के कई नेता इस बार टिकट के लिए दावेदारी कर रहे है । पूर्व विधायक मेनका सरदार कार्यकर्ताओं की पहली पसंद है लेकिन कुछ दिनों से वे क्षेत्र में सक्रिय नहीं रही है । पार्टी में उनके विरोधी इसी मुद्दे को उठा रहे है ।
एक चर्चा और तेज है की पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा भी पोटका से इस बार चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक है । उन्हें खरसावां में हार का डर सता रहा है । अगर अर्जुन मुंडा की दावेदारी जोर पकड़ती है तो मेनका सरदार का पत्ता कट सकता है । हालांकि पोटका इस बार जेएमएम के लिए भी आसान नहीं है क्योंकि वर्तमान विधायक संजीव सरदार से भी लोगों में नाराजगी देखी जा रही है ।
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