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नवरात्रि में ट्रेंडिंग लुक : क्या बनाएगा आपको खास

3 अक्टूबर 2024 से शुरू हो रही है दुर्गा पूजा, और बाजारें सज चुकी हैं हर कोई चाहता है ट्रेंडिंग लुक और लोग इसीलिए अपने परिवारों के साथ खरीदारी कर रहे हैं। हर कोई खास दिखना चाहता है। इस बार साड़ियों से लेकर ज्वेलरी तक कुछ नया और अलग रहने वाला है। अगर आप भी इस नवरात्रि कुछ खास दिखना चाहते हैं, तो एथनिक और मॉडर्न का एक खास फ्यूजन अपनाइए। ऐसा फ्यूजन जो आपको परंपराओं से जोड़ता हो और साथ ही आधुनिक भी दिखाए। तो क्यों न पुराने और नए स्टाइल को मिलाकर अपने लिए कुछ खास तैयार करें। आज की इस पोस्ट में हम बात करेंगे नवरात्रि के नौ दिनों के लिए ट्रेंडिंग कपड़े और चूड़ियों के बारे में।

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हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, विवाहित महिलाओं के लिए चूड़ियां पहनना शुभ माना जाता है और इसे सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। आप देखेंगे कि पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करने वाली हर विवाहित महिला के हाथों में चूड़ियां जरूर होती हैं। चूड़ियां एक महिला के शृंगार को पूर्ण करती हैं।हमारे देश के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग प्रकार की चूड़ियों को महत्व दिया जाता है। उत्तर प्रदेश, बिहार, और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में कांच की चूड़ियों को सुहाग से जोड़ा जाता है, जबकि बंगाल और असम में ‘साखा’ और ‘पोला’ को सुहाग का प्रतीक माना जाता है।

झारखंड के आदिवासी समुदायों में विवाहित महिलाएं लोहे का कड़ा पहनती हैं, जिसे सुहाग का प्रतीक माना जाता है। उड़ीसा की महिलाएं साखा पोला के साथ भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद स्वरूप एक लाल चूड़ी पहनती हैं। महाराष्ट्र में हरी चूड़ियों का रिवाज है, जबकि दक्षिण भारतीय राज्यों में महिलाएं सोने की या सोने जैसी धातु की चूड़ियां पहनती हैं। गुजराती और मारवाड़ी महिलाएं भी सोने की चूड़ियां पहनती हैं।

men in traditional clothing standing with durga figurines for ceremony
Photo by susmoy dhaka tv on Pexels.com

इस नवरात्रि, नौ दिनों में नौ अलग-अलग रंगों और प्रकार की चूड़ियां पहनकर आप खुद को और अपने आस-पास के लोगों को आश्चर्य में डाल सकती हैं। जिस तरह माँ दुर्गा को हर दिन अलग-अलग रंगों के वस्त्र पहनाए जाते हैं, उसी तरह आप भी उनके रंगों से मेल खाते कपड़े, चूड़ियां और ज्वेलरी पहन सकती हैं।

  • पहला दिन (माँ शैलपुत्री): माँ शैलपुत्री को पीले वस्त्र पहनाए जाते हैं। आप भी इस दिन पीले कपड़े और कांच की पीली चूड़ियां पहनकर एक खास लुक पा सकती हैं।
  • दूसरा दिन (माँ ब्रह्मचारिणी): माँ को हरे वस्त्र पहनाए जाते हैं। आप महाराष्ट्र की पारंपरिक साड़ी और हरे रंग की कांच की चूड़ियां पहनकर खुद को अलग दिखा सकती हैं।
  • तीसरा दिन (माँ चंद्रघंटा): नारंगी वस्त्रों के साथ लाख की नारंगी चूड़ियां पहनें। यह लुक न सिर्फ आपको आकर्षक बनाएगा, बल्कि लाख की चूड़ियां बनाने वालों को समर्थन भी मिलेगा।
  • पांचवा दिन (माँ स्कंदमाता): सफेद और लाल रंग के वस्त्र पहनें और कांच की लाल चूड़ियां या साखा पोला धारण करें। यह एक अनोखा लुक देगा।
  • छठा दिन (माँ कात्यायनी): माँ कात्यायनी को लाल वस्त्र पहनाए जाते हैं। आप भी लाल कपड़े और चूड़ियां पहनकर पारंपरिक सुंदरता पा सकती हैं और स्वयं को नई नवेली दूलहन की तरह तैयार कर सकती हैं
  • सातवां दिन (माँ कालरात्रि): इस दिन नीले वस्त्र और नीली चूड़ियां या मेटल की चूड़ियां पहनें। इससे आपको मॉडर्न लुक मिलेगा।
  • आठवां दिन (माँ महागौरी): गुलाबी रंग के वस्त्र और चूड़ियां पहनकर आप खुद को अधिक फेमिनिन और आकर्षक दिखा सकती हैं। गुलाबी रंग के शेड्स लड़कियों को बहुत प्रिय होते हैं लगभग हर लड़की की वर्डरोब में इस रंग की साड़ियाँ या अन्य एथनिक वियर अवश्य मिल जाएंगे। तो क्यों न इस दिन मिक्स एण्ड मैच कर खुद को सप्राइज़ करें.
  • नवां दिन (माँ सिद्धिदात्री): जामुनी या बैंगनी रंग के वस्त्र पहनें। यह रंग आपके व्यक्तित्व को आध्यात्मिक और खास बनाएगा।

इस नवरात्रि, हर दिन एक नया रंग और स्टाइल अपनाकर खुद को खास दिखाएं!

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