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उर्विता संस्था द्वारा किया गया कोंकादासा गाँव का आर्थिक सामाजिक सर्वेक्षण

image pf villagers in social mappings

सामाजिक संस्था उर्विता द्वारा दलमा के आंचल में बसे ग्राम कोंकादासा, पंचायत बोटा प्रखंड बोड़ाम में एक दिवसीय ग्रामीण विकास उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला के तहत सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन विधि द्वारा गांव का आर्थिक सामाजिक सर्वेक्षण किया गया तथा गांव के प्राकृतिक संसाधनों का उर्विता संस्था द्वारा किया गया सामाजिक मानचित्रण जो कि गाँव के सामाजिक आर्थिक पहलुओं को लोगों के समक्ष लाने में बड़ी भूमिका निभाता है । यह एक विशेष गतिविधि है जो सामाजिक सोच और संभावनाओं के बारे में गाँव के लोगों को अवगत कराती है.

इस कार्यक्रम में गांव की सहिया टुसू बाला सिंह, वनरक्षक मनोज सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता मितन सिंह, मंगल सिंह, जय नाथ सिंह, दलमा रक्षा वाहिनी स्वयं सहायता समूह की सदस्या फुलमनी सिंह, वंदना सिंह, कल्पना सिंह और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

गांव में कुल घरों की संख्या 28 है तथा कुल जनसंख्या लगभग 125 है। गांव की समस्याओं पर चर्चा करते हुए ग्रामीणों ने बतलाया कि यहां की मुख्य समस्या आजीविका है। गांव में एक प्राथमिक विद्यालय तथा एक आंगनबाड़ी केंद्र है। एक बी. एस. एन. एल. का टावर भी लगाया गया है। वन विभाग की ओर से एक दलमा आश्रय स्थल भी बनाई गई है जिसका देखभाल गांव के ही लोग करते हैं।

नजदीकी जिला अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल, जमशेदपुर यहां से 22 किलोमीटर की दूरी पर है । नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र बोड़ाम प्रखंड में है जो यहां से 18 किलोमीटर की दूरी पर है। बोड़ाम प्रखंड में ही हर बुधवार को साप्ताहिक ग्रामीण हाट लगती है जहां ग्रामीण लकड़िया तथा वनोपज बेचते हैं तथा जरूरत की सामग्री लेते हैं।

गांव के अधिकांश युवा आजीविका की तलाश में जमशेदपुर शहर जाते हैं तथा छोटे-मोटे मेहनत मजदूरी का काम करते हैं। ज्यादातर लोग अशिक्षित हैं, गांव का एकमात्र लड़का सुनील सिंह मैट्रिक पास है। गांव की कुछ बहुएं जो घाटशिला या चाकुलिया प्रखंड से यहां आई है थोड़ी पढ़ी-लिखी हैं। मिला-जुला कर कृषि या वन आधारित रोजगार उत्पन्न कर गांव में ही रोजगार का सृजन करना चुनौती है।

बेहतर सड़क, स्कूल और स्वास्थ्य की सुविधा बहाल कर गांव की स्थिति सुधारी जा सकती है। गांव में इको टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। कार्यशाला का नेतृत्व उर्विता संस्था की सचिव डॉ. नीना शर्मा ने किया। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला से निकले तथ्यों के साथ बी. डी. ओ. और डीएफओ से मिलेंगे और गांव की समस्याओं से अवगत कराते हुए कुछ विकास कार्ययोजना बनाई जाएगी । कार्यशाला में उर्विता संस्था की ओर से सचिव डॉ. नीना शर्मा, कोषाध्यक्ष नरेंद्र कुमार, युवा कार्यकर्ता यश कुमार, गुड्डू शर्मा और कुमार राहुल ने भागीदारी निभाई।

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