प्रत्याशियों की घोषणा नहीं होने से पक्ष और विपक्ष दोनों के दावेदार परेशान
झारखंड में विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए कल से ही नॉमिनेशन होना है । भाजपा और इंडिया गठबंधन दोनों ने ही अभी तक प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की है। दोनों ही दलों के कार्यकर्त्ता ऊहापोह की स्थिति में है । सबसे मुश्किल वैसे नेताओं के लिए हो रही है जिनका टिकट कटने की संभावना है। चूंकि पहले चरण के नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर तक ही है । ऐसे में अगर किसी नेता को अपनी पार्टी से टिकट अगर नहीं मिलता है तो वे किसी और दल के साथ बात भी नहीं सकेंगे । इस बार चुनाव आयोग ने नेताओं के लिए दल बदल की संभावनाओं पर थोड़ा लगाम लगाने की कोशिश की है । अधिसूचना जारी होने और नॉमिनेशन के आखिरी तारीख के बीच समय ज्यादा समय नहीं होने से नेतागण परेशान है ।
भाजपा की अभी तक आजसू के साथ सीट शेयरिंग पूरी तरह से नहीं हो पाई है । यही कारण है कि भाजपा की ओर से प्रत्याशियों की सूची जारी होने में देरी हो रही है । भाजपा के वैसे दावेदार जिन्हें टिकट पक्का होना की गारंटी नहीं है वे ज्यादा परेशान है । नेता रांची और दिल्ली फोन खड़खड़ा रहे है लेकिन किसी को भी कुछ मालूम नहीं चल पा रहा है । इस बार सिर्फ सभी कयास ही लगा रहे है ।