जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा में बिछने लगी चुनावी बिसात
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा में चुनावी बिसात बिछने लगी है । आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियां अभी से जोड़ तोड़ कर रही है । कांग्रेस से जमशेदपुर पूर्वी में पूर्व सांसद डॉक्टर अजय कुमार और जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे अपनी दावेदारी पेश कर रहे है । डॉक्टर अजय कुमार जमशेदपुर से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन यह सीट जेएमएम के खाते में जाने के कारण उनकी मंशा सफल नहीं हो सकी ।
इधर निर्दलीय विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जनतांत्रिक मोर्चा का विलय जद यू में होने की पूरी संभावना है । सरयू राय की कोशिश है कि जद यू में उनकी पार्टी का विलय हो जाए ताकि भाजपा पर जमशेदपुर पूर्वी सीट के लिए दबाव बनाया जा सके । वैसे सरयू राय ने स्पष्ट कर दिया है कि वे हर हाल में इस बार भी जमशेदपुर पूर्वी से ही चुनाव लडेंगे ।
कल जमशेदपुर आए असम के मुख्यमंत्री ने यह कह कर सरयू राय की टेंशन को बढ़ा दिया है कि जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी विधानसभा भाजपा की परंपरागत सीट रही है । हिमंत विश्वा सरमा ने कार्यकर्ताओं को एक तरह से संदेश दे दिया है की भाजपा अपनी परंपरागत सीट को नहीं छोड़ेगी । अगर भाजपा सरयू राय को वॉकओवर नहीं देगी तो उनके लिए इस बार यह सीट निकालना बहुत मुश्किल होगा । वैसे भाजपा में भी प्रत्याशियों के बीच होड़ मची हुई है । पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार की उम्मीदवारी हाल के दिनों में कमजोर पड़ी है । पूर्व क्रिकेटर सौरभ तिवारी हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे और कयास यह भी है पार्टी उन पर भी दांव खेल सकती है । शिवशंकर सिंह अपनी दावेदारी जोर शोर से कर रहे है लेकिन अंदर खाने यह भी चर्चा है कि इस सीट पर एक बड़े नेता के रिश्तेदार जो की महिला है उसके लिए लॉबिंग भी की जा रही है । दूसरी तरफ पार्टी किसी नए चेहरे को भी मौका दे सकती है ।
अगर भाजपा और सरयू राय के बीच बात नहीं बनती है तो इस बार चुनाव त्रिकोणीय होगा । अगर लड़ाई त्रिकोणीय होगी तो जीत हार की मार्जिन बहुत कम रह जायेगी ।
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