बागबेड़ा वृहद जलापूर्ति योजना जो कि बरसों से अधर में लटकी हुआ है उसकी प्रगति रिपोर्ट को लेकर पिछले दिनों जिला परिषद की बैठक में चर्चा हुई ।
इस सिलसिले में जिला पार्षद डॉक्टर कविता परमार द्वारा कार्यपालक अभियंता से तीखे शब्दों में जवाब मांगा गया कि जलापूर्ति योजना कब तक धरातल पर उतर पएगी क्योंकि उसके पूरी होने की डेट 31 जुलाई थी और आखिर इसके देरी का क्या कारण है ?
इसके जवाब में आज कार्यपालक अभियंता द्वारा यह स्पष्ट किया गया की जलापूर्ति योजना को दुर्गा पूजा के पहले शुरू कर दिया जाएगा।
कार्यपालक अभियंता ने पार्षद कविता परमार को देरी के कारणों की जानकारी देते हुए बताया की रेलवे ब्रिज के नीचे से पाइप को पार कराने में रेलवे द्वारा आपत्ति दर्ज किया गया था। उसके बदले रेलवे ओवर ब्रिज के किनारे से अंडरग्राउंड पाइप को पार कराया जा रहा है जिसका 60% काम पूरा हो चुका है और 40% कम और शेष रह गया है।
कार्यपालक अभियंता के जानकारी के अनुसार नदी में पिलर निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है। कनेक्शन का काम बहुत हद तक पूरा कर लिया गया है और वह अभी जारी है। सापरा से वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट तक मेन पाइप कनेक्शन में जो काम बाकी था उसे टेस्ट कर पूरा किया जा रहा है। खरकाई नदी के ब्रिज से जी पाइप को पार करना है और कुछ कुछ सामान में कमी है जिसका आर्डर बोकारो से कर दिया गया है जिसके आते ही ब्रिज के ऊपर काम शुरू कर दिया जाएगा। जितना काम अभी तक कंप्लीट हुआ है उसका पेमेंट प्रीति इंटरप्राइजेज को विभाग द्वारा 1 अगस्त को कर दिया गया है। पेमेंट नहीं होने के कारण भी काम धीरे चल रहा था पेमेंट करते ही काम में तेजी आ गई है और उम्मीद है कि दुर्गा पूजा से पहले पानी की आपूर्ति बागबेड़ा जलापूर्ति योजना के माध्यम से शुरू हो जाएगा।
विदित हो कि जिला पार्षद डॉक्टर कविता परमार द्वारा लगातार बागबेड़ा जलापूर्ति योजना शुरू करवाने की दिशा में प्रयास किया जाता रहा है ।