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बिहार में राहुल गांधी ने आसान कर दी भाजपा की जीत

pm modi

जमशेदपुर: बिहार चुनाव को लेकर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इन दिनों प्रचार प्रसार कर रहे है । दरभंगा जिले में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वर्गीय माता को गालियां दी गई । हालांकि उस समय दोनों नेता मंच पर नहीं थे, ऐसा दावा किया जा रहा है । इसके बाद पूरे देश की राजनीति गर्मा गई है और खासकर बिहार में भाजपा द्वारा इसका व्यापक विरोध किया जा रहा है । भाजपा के तमाम राष्ट्रीय नेताओं ने इसकी आलोचना करते हुए इसे राहुल गांधी की विकृत मानसिकता बताया है । राहुल गांधी के द्वारा इस घटना पर अभी तक खेद तक व्यक्त नहीं किया गया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में प्रचार के दौरान राहुल गांधी की भाषा बहुत ही अमर्यादित रही है । वे तुम से तू तक के शब्दों का प्रयोग कर रहे है । राजनीति में भाषा की मर्यादा होती है जिससे नेता की छवि बनती है । विरोधी के ऊपर प्रहार करने के लिए भी सभ्य भाषा का प्रयोग जरूरी होता है ।

वोट चोरी के नकारात्मक नैरेटिव के साथ क्या बिहार का चुनाव राहुल गांधी जीत सकते है ? प्रधानमंत्री की मां को गाली देने का क्या असर बिहार चुनाव में होगा और इससे क्या कांग्रेस को फायदा मिलेगा ? ये तमाम प्रश्न ऐसे है जिसको समझे बिना राजद और कांग्रेस बिहार नहीं जीत सकती है । देश की जनता के ऊपर वोट चोरी जैसे नकारात्मक प्रचार का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है । इससे कांग्रेस के कार्यकर्त्ता जरूरत उत्साहित है लेकिन इसका चुनावी फायदा नहीं मिलेगा । पहली बात तो देश में वोट चोरी नहीं होती है और अगर होती तो इस लोकसभा चुनाव में भाजपा 240 के बदले 400 सांसदों वाली पार्टी बनती ।  प्रत्येक पोलिंग बूथ पर स्थानीय कार्यकर्त्ता सभी पार्टियों के रहते है । अगर देश में वोट चोरी होती तब तो भाजपा देश के सभी राज्यों में चुनाव जीत जाती ।

चुनाव के दौरान जब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर व्यक्तिगत टिप्पणी हुई है तब तब इसका सीधा फायदा भाजपा को ही मिला है । कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी को नीच कहा जिससे भाजपा को प्रचार में फायदा मिला । नरेंद्र मोदी जानते है कि उनके ऊपर जब भी व्यक्तिगत हमला होगा उसे कैसे चुनाव में जनता के बीच रखना है । बिहार की धरती बुजुर्गों को सम्मान देने के लिए जानी जाती है । अब अगर इसी धरती से प्रधानमंत्री के मां को गाली दी जाएगी तो बिहारी मतदाता शायद ही इसे सहन करेंगे । दूसरी बात यह गाली एक मुसलमान द्वारा दी गई है तो स्वाभाविक है कि इसका ध्रुवीकरण जरूर होगा । राहुल गांधी चाहते तो इस मामले को माफी मांगकर यही समाप्त कर सकते थे लेकिन उनका अतिआत्मविश्वास और घमंड ऐसा करने नहीं देगा । भाजपा को यह एक मुद्दा मिल गया है और पार्टी इसे पूरे देश में भुनाने का काम करेगी । यहां से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के लिए बिहार चुनाव जितना मुश्किल हो गया है ।

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