आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा कोल्हान के अंदर पहले की तुलना में आज मजबूत स्तिथि में है । अगर टिकट का बंटवारा सही तरीके से होता है तो इस बार भाजपा अपने विरोधी जेएमएम पर भारी पड़ सकती है । जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी में अगर जदयू के साथ बात बन जाती है तो यहां भाजपा पिछले चुनाव की तुलना में अच्छी स्तिथि में रहेगी । जमशेदपुर पूर्वी सीट अगर भाजपा अपने सहयोगी दल जदयू को देती है तो सरयू राय इस सीट पर लड़ेंगे । ऐसे में सरयू राय भाजपा के सहयोग से आराम से जितने की स्थिति में होंगे । जमशेदपुर पश्चिमी में भाजपा को एक मजबूत नेता को उतारना होगा जो बन्ना गुप्ता को टक्कर दे सके ।
जुगसलाई सीट से आजसू का लड़ना तय माना जा रहा है । भाजपा और आजसू के एकसाथ लड़ने की स्तिथि में इस सीट पर आजसू के जितने की संभावना ज्यादा है । इसके पीछे कारण है कि जुगसलाई , परसुडीह और गोविंदपुर में भाजपा का वोट बैंक बहुत मजबूत है । घाटशिला विधानसभा से इस बार पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन का लड़ना तय है । बाबूलाल सोरेन युवा नेता है और बहुत दिनों से क्षेत्र में सक्रिय भी है । उनके समर्थक जेएमएम में आज भी है और कुछ भाजपा में आ गए है । चंपई सोरेन का घाटशिला में प्रभाव शुरू से रहा है । झारखंड आंदोलन के दौरान गालूडीह में चंपई सोरेन सक्रिय हुआ करते थे । चंपई सोरेन को मालूम है कि उन्हें अपने बेटे को कैसे इस सीट पर जीत दर्ज करानी है ।
भाजपा चाईबासा और मंझगांव विधानसभा में सबसे कमजोर नजर आ रही है । चक्रधरपुर में भाजपा की स्तिथि ठीक है और आजसू के साथ लड़ने की स्तिथि में ग्रामीण और शहरी वोट पार्टी को जीत दिला सकती है । इस सीट पर कई ऐसे प्रत्याशी है जो इस बार चुनाव लड़ना चाहते है । ग्रामीण क्षेत्र में वोटों का बिखराव होने से भाजपा को फायदा होगा इसमें दो राय नहीं है । मनोहरपुर विधानसभा में भाजपा को प्रत्याशी के चयन में सावधानी बरतने की जरूरत है । अंदरखाने की खबर है कि इस सीट पर जेएमएम के अंदर सबकुछ सही नहीं चल रहा है । इंचागढ़ विधानसभा में भाजपा और आजसू के मिलकर लड़ने से यहां समीकरण भाजपा के पक्ष में दिखाई दे रहे है । अरबिंद सिंह भाजपा के सबसे मजबूत दावेदार है जो काफी लोकप्रिय भी है । आजसू के महतो वोट के सहयोग से भाजपा यहां मजबूत तो दिखाई देती है लेकिन एक कांटा रास्ते में है जयराम महतो । वैसे अरविंद सिंह के सामने जयराम महतो की मुश्किल बढ़ सकती है । जगरनाथपुर विधानसभा में भाजपा पहले की तुलना में आज मजबूत है क्योंकि प्रदेश भाजपा प्रवक्ता गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा लगातार क्षेत्र में हेमंत सरकार की नाकामियों को उठा रहे है । सघन रूप से दोनों नेता जनता से संवाद बना रहे है ।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में आने के बाद से ही सरायकेला विधानसभा भाजपा के लिए अनुकूल दिखाई देने लगी है । भाजपा को एक मजबूत संथाल नेता मिल गया है जो इस विधानसभा के साथ साथ खरसावां पर भी प्रभावी है । खरसावां सीट पर अगर गणेश महाली चुनाव लड़ते है तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी ।