चक्रधरपुर: पश्चिमी सिंहभूम की राजनीति में कल से कोलाहल मचा हुआ है । आजसू पार्टी को दस वर्षों तक जिले में सींचने वाले नेता और जिला अध्यक्ष रहे रामलाल मुंडा ने कल एकाएक पार्टी से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया था। रामलाल मुंडा कल सीधे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले और बंद कमरे में उनकी लंबी बातचीत भी हुई । राजनीतिक पंडित अब अपने अपने स्तर से विश्लेषण कर रहे है कि हेमंत सोरेन और रामलाल मुंडा में आखिर क्या गुप्त बातें हुई है ।
रामलाल मुंडा कल ही हेमंत सोरेन की उपस्थिति में पुनः जेएमएम में अपने समर्थकों के साथ शामिल हुए थे। पूरे जिले में आज चर्चा का बाजार गर्म रहा कि चुनाव के मौके पर हेमंत सोरेन ने आजसू की रीढ़ की हड्डी ही तोड़ दी है । मालूम हो कि रामलाल मुंडा के आजसू छोड़ने से पार्टी को जिले में काफी नुकसान हुआ है । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा रामलाल मुंडा को जिस तरह से तरहीज दी जा रही है इससे भी राजनीतिक तापमान उबाल पर है । विदित हो कि चक्रधरपुर, मनोहरपुर और खरसावां विधानसभा में रामलाल मुंडा का प्रभाव है और इसका फायदा इस चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा को मिलेगा ।