आज रांची के दौरे पर आए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बांग्लादेश के हालात और वहां के अल्पसंख्यकों (हिंदू) की स्तिथि पर प्रेस से लम्बी बातचीत की .
उन्होंने कहा कि अभी बांग्लादेश के हालात एकदम ठीक नहीं है और वहां की स्थिति चिंतनीय है. हमारा विश्वास है कि प्रधानमंत्री ज़रूर बांग्लादेशी सरकार के साथ काम करेंगे.”
हिमंत बिस्वा सरमा से सवाल पूछा गया कि राहुल गांधी अल्पसंख्यकों की बात करते हैं लेकिन हिंदू शब्द का इस्तेमाल नहीं करते जबकि हिंदू बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हैं.
इस पर उन्होंने कहा, “जो कांग्रेस का परिवार है उन्होंने ग़ज़ा के लिए कई बार ट्वीट किया. ग़ज़ा के अल्पसंख्यकों के लिए धरना प्रदर्शन किया, हंगामा किया. ग़ज़ा में जो हुआ वो आतंकी गतिविधी थी. लेकिन बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए कांग्रेस ने कितनी बार ट्वीट किया, धरना प्रदर्शन किया? ”
उन्होंने कहा कि , “कांग्रेस ने यह साबित कर दिया है कि दुनिया में अग़र कहीं मुसलमानों को तक़लीफ़ होगी तो वे हैं लेकिन अग़र हिंदुओं को कोई तक़लीफ़ है तो वे नहीं है. इनका मक़सद केवल हिंदुओं को जातियों में तोड़ना है.”
बांग्लादेशी हिंदुओं के बारे में बयान देते हुए उन्होंने कहा कि वहां के हिंदुओं को भारत में शरण देना समाधान नहीं है. उनको बांग्लादेश में ही पूरी सुरक्षा के साथ रखना पूरा समाधान है. भारत सरकार कूटनीति के माध्यम से बांग्लादेश में ही हिंदुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने का काम करेगी .
हिंदूओं की आबादी पर बयान देते हुए हिमंत ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की संख्या 33 फ़ीसदी से घटकर 8 फ़ीसदी हो गई है. हमारे यहां भी उसी हिसाब से हिंदुओं की संख्या घटी है. बांग्लादेश में 13 फ़ीसदी हिंदू कम हुए हैं और असम में 9 फ़ीसदी हिंदू घटे हैं. बांग्लादेश से सटे हुए हर एक इलाक़े में हिंदुओं की संख्या कम होती जा रही है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर उन्होंने टीका टिप्पणी से मना कर दिया और कहा कि आज उनका जन्म दिन है इसलिए उनको स्वस्थ्य जीवन की मेरी तरफ से शुभकामनाएं है.