बरसात के मौसम में डेंगू का प्रकोप झारखंड में एक गंभीर समस्या बन जाती है। डेंगू एक वायरल बीमारी है जो एडीज मच्छर के काटने से फैलती है। ये मच्छर खासकर साफ पानी में पनपते हैं, जो बरसात के मौसम में अधिक मात्रा में जमा हो जाता है। झारखंड में डेंगू के मामले बरसातके दौरान तेजी से बढ़ते हैं क्योंकि इस समय मच्छरों का प्रजनन तेजी से होता है। 2023 में झारखंड में डेंगू के मामले तेजी से बढ़े थे। वर्ष 2022 में जहां डेंगू के 55 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं 2023 में यह संख्या बढ़कर 2,578 तक पहुँच गई थी। 【
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते और कभी-कभी रक्तस्राव शामिल हैं। डेंगू गंभीर हो सकता है और इसके इलाज में समय लग सकता है, इसलिए बचाव सबसे महत्वपूर्ण है।
डेंगू से बचाव के उपाय:
- मच्छरों से बचाव: मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूर्ण आस्तीन के कपड़े पहनें और मच्छर निरोधक क्रीम या स्प्रे का इस्तेमाल करें।
- घर के आसपास साफ-सफाई: अपने घर और आसपास के क्षेत्र में पानी जमा न होने दें। कूलर, फूलदान, गमले आदि में पानी इकट्ठा न होने दें।
- मच्छरदानी का उपयोग: सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।
- मच्छर भगाने वाले उपकरण: मच्छर भगाने वाले इलेक्ट्रिक उपकरण और कॉइल का उपयोग करें।
- स्वास्थ्य केंद्रों की जानकारी: अगर डेंगू के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं और जांच करवाएं।
- सामूहिक जागरूकता: डेंगू के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समुदाय स्तर पर सफाई अभियान चलाएं और लोगों को जानकारी दें।
डेंगू की रोकथाम में सरकारी और व्यक्तिगत प्रयास दोनों जरूरी है। हमें अपने स्तर पर सतर्क रहना होगा और सामूहिक प्रयासों से इस समस्या का समाधान करना होगा।